आजा आज आसमान छुले,
बन्धनों को छोड़कर ,
परिंदों में घुल लें ,
छोड़ दुनिया की आनाकानी ,
आज आसमान छुले ,
पंखो को फैला ऐसे ,
सपनों के बादलों में से ,
चीर कर जोश के साथ ,
हम बस आगे बढे ,
आज आसमान छुले ,
यह आज ही तो हैं सब कुछ ,
कल के इंतजार में
क्यों वक्त जाहिर करें ,
नए आशियाने हमार इंतजार करें ,
आजा आज आसमान छुले ,
आज ही तो सब साथ हैं
आज में ही तू आजाद हैं ,
क्या हैं अनंत के आगे ,
आज नजर आर पार कर ले ,
क्या सोचना हैं ,
आजा आज आसमान छुले ,
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